वाशिंगटन . केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां यूएनएफसीसीसी और पेरिस समझौते पर विकसित और विकासशील देशों के बीच जलवायु परिवर्तन पर प्रभावी वैश्विक कार्रवाई और सहयोग का आह्वान किया, जिसमें समानता और साझा लेकिन अलग अलग जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं के सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए।
श्रीमती सीतारमण ने यहां विश्व बैंक और अतंरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की वार्षिक बैठक के इतर वित्त, जलवायु एवं पर्यावरण, तथा विदेश मामलों के मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की जी-20 संयुक्त बैठक में भाग लिया। महत्वाकांक्षी जलवायु कार्रवाई को प्राप्त करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ब्राजील को बधाई देते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा कि भारत टास्कफोर्स के काम का समर्थन करता है जिसने जलवायु कार्रवाई पर जी-20 भारतीय अध्यक्षता के काम को आगे बढ़ाया है और बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को बेहतर, बड़ा और अधिक प्रभावी बनाया है।
उन्होंने विकासशील देशों को उचित लागत पर वित्तीय संसाधनों और प्रौद्योगिकियों तक अधिक पहुँच प्रदान करके वैश्विक प्रयासों को दिशा देने के साथ-साथ विकासात्मक प्राथमिकताओं और जलवायु कार्रवाई के बीच संतुलन की मांग की। उन्होंने नए सामूहिक परिमाणित लक्ष्य को तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया, जो विकासशील देशों की जरूरतों को वित्त के प्रावधान में विकास-अवरोधक शर्तों के अधीन किए बिना पूरा करता हो।