जम्मू/श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में एक दशक के बाद तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 26 सीटों के लिये बुधवार सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।
चुनाव आयोग ने इस केन्द्र शासित प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिये व्यापक प्रबंध किये हैं। राज्य की कुल 90 सीटों में से पहले चरण में 24 सीटों के लिये 18 सितंबर को मतदान हुआ था। पहले चरण में 61.38 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। तीसरे चरण के लिये 40 सीटों पर एक अक्टूबर को मतदान होगा।
दूसरे चरण में 26 सीटों पर चुनाव के लिये कुल 239 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आज का मतदान पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के भाग्य का फैसला करेगा जो बडगाम और गंदेरबल के दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। बडगाम में श्री अब्दुल्ला का मुकाबला पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के आगा सैयद मुंतज़िर से है, जो नेकां नेता और सांसद रुल्ला मेहदी के चचेरे भाई हैं। इसी चरण में जम्मू-कश्मीर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष रविंदर रैना नौशेरा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को पूर्व एमएलसी सुरिंदर चौधरी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जो नेकां के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
आज के मतदान में जिन अन्य प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा उनमें सेंट्रल-शाल्टेंग से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा शामिल हैं। इस चरण में अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी चन्नापोरा से, जेल में बंद मौलवी और अलगाववादी नेता सर्जन अहमद वागे गंदेरबल और बीरवा से, नेकां नेता अली मोहम्मद सागर खानियार से, रहीम राथर चरार-ए-शरीफ से, भाजपा नेता ऐजाज हुसैन लाल चौक से, चौधरी जुल्फिकार बुद्धल से और सैयद मुश्ताक बुखारी सुरनकोट से चुनाव लड़ रहे हैं।
इस चरण में कुल पंजीकृत 25.78 लाख से अधिक मतदाताओं में 13.12 लाख पुरुष और 12.65 लाख महिला तथा 53 उभयलिंगी मतदाता हैं। इनमें पहली बार मताधिकार प्राप्त करने वाले 18 से 19 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 120612 है। इसके अलावा 19201 दिव्यांग मतदाता भी मतदान में भागीदार बन सकेंगे। एक दशक बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 20880 मतदाता भी मतदान कर सकेंगे।
इस चरण में शामिल 26 सीटें छह जिलों में फैली हैं, जिनमें राजौरी, पुंछ, रियासी, गंदेरबल, श्रीनगर और बडगाम जिले शामिल हैं। गंदेरबल सीट पर सबसे अधिक 15 और बुद्धल (सुरक्षित) सीट पर सबसे कम चार उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कश्मीर संभाग में कंगन, गंदेरबल, हजरतबल, खानयार, हब्बाकदल, लाल चौक, चन्नपोरा, जदीबल, ईदगाह, सेंट्रल शाल्टेंग, बडगाम, बीरवाह, खानसाहब, चरार-ए-शरीफ और चदूरा और जम्मू संभाग में गुलाबगढ़, रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, कालाकोट-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी, बुद्धल, थन्नामंडी, सूरनकोट, पुंछ-हवेली और मेंढर में मतदान होंगे।
दूसरे चरण में 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं। जम्मू-कश्मीर ने ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर जिले की आठ सीटों पर 93 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से हजरतबल सीट पर 13 उम्मीदवार, खानयार में 10, हब्बाकदल में 16, लाल चौक में 10, चन्नपोरा में आठ, जदीबल में 10, ईदगाह में 13 और सेंट्रल शाल्टेंग में 13 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
बडगाम जिले की पांच सीटों पर कुल 46 उम्मीदवार अपना भाग्य आजामा रहे हैं, जिनमें बडगाम सीट पर आठ, बीरवाह में 12, खानसाहिब में 10, चरार-ए-शरीफ में 10 और चाडूरा से छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
राजौरी जिले में पांच सीटों पर कुल 34 उम्मीदवार हैं। इसमें कालाकोट-सुंदरबनी से 11, नौशहरा से पांच, राजौरी से आठ, बुद्धल से चार, थन्नामंडी से छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इसके अलावा पुंछ जिले की तीन सीटों पर 25 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। सुरनकोट जिले में आठ, पुंछ हवेली में आठ और मेंढर नौ उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। गंदेरबल जिले दो सीटों पर 21 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिसमें से कंगन में छह और गंदेरबल में 15 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
रियासी जिले की तीन सीटों पर 20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिसमें गुलाबगढ़ में छह उम्मीदवार, रियासी में सात और श्री माता वैष्णो देवी में सात उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
श्रीनगर जिले में कुल 7,76,674 मतदाता हैं, जिनमें आठ विधानसभा क्षेत्रों में 3,87,722 पुरुष, 3,88,922 महिलायें और 30 उभयलिंगी मतदाता शामिल हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 932 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक पंजीकृत मतदाता को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर मिले।
राजौरी में 4,92,008 मतदाता हैं, जिनमें 2,56,215 पुरुष, 2,35,786 महिलायें और सात उभयलिंगी मतदाता शामिल हैं। जिले भर में 745 मतदान केंद्रों का एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया गया है।
बडगाम जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में कुल 5,11,864 मतदाता हैं, जिनमें 2,59,688 पुरुष, 2,52,163 महिलायें और 13 उभयलिंगी मतदाता हैं। दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 639 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।
पुंछ जिले तीन विधानसभा क्षेत्रों में विभाजित हैं, जिसमें कुल 3,52,330 मतदाता हैं। इनमें 1,80,584 पुरुष और 1,71,746 महिलायें अपने मताधिकार को प्रयोग करेंगे। मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिये निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में 483 मतदान केंद्र स्थापित किये हैं।
रियासी जिले में कुल 2,37,205 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें इसके तीन विधानसभा क्षेत्रों में 1,24,359 पुरुष, 1,12,843 महिलायें और तीन उभयलिंगी मतदाता शामिल हैं। चुनाव आयोग ने जिले भर में 436 मतदान केंद्र स्थापित किये हैं
गंदेरबल जिले में 2,08,018 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज हैं, जिनमें 1,04,162 पुरुष और 1,03,856 महिलायें शामिल हैं। जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिये आयोग ने 267 मतदान केंद्रों को स्थापित किया है।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं को सुचारु और परेशानी मुक्त चुनावी भागीदारी की सुविधा प्रदान करने के लिये 26 विधानसभा क्षेत्रों में शत-प्रतिशत वेबकास्टिंग के साथ 3502 मतदान केंद्र स्थापित किये हैं। इनमें 1056 शहरी मतदान केंद्र और 2446 ग्रामीण मतदान केंद्र शामिल हैं।
आयोग ने मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये दूसरे चरण में 157 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं, जिनमें पिंक मतदान केंद्र के रूप में महिलाओं द्वारा प्रबंधित 26 मतदान केंद्र, विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों द्वारा संचालित 26 मतदान केंद्र, युवाओं द्वारा संचालित 26 मतदान केंद्र, 31 सीमावर्ती मतदान केंद्र, 26 हरित मतदान केंद्र और 22 अद्वितीय मतदान केंद्र शामिल हैं।
प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी। पूरी चुनाव प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक संपन्न करा ली जायेगी।