WTC Final IND vs AUS- भारत ने दूसरी पारी में झटके 4 विकेट, फिर भी आस्ट्रेलिया का दबदबा बरकरार

खेल

ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी में पहली पारी में चार विकेट पर 123 रन बनाए ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए जिसके जवाब में भारत की पारी 296 रन पर सिमटी। दिन का खेल खत्म होने पर रन बनाकर खेल रहे थे।ऑस्ट्रेलिया अब भारत से 296 रन से आगे है।दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 24 के स्कोर के अंदर डेविड वॉर्नर और उस्मान ख्वाजा पवेलियन लौट गए। डेविड वॉर्नर (1) और उस्मान ख्वाजा (13) बनाकर आउट हुए। इसके बाद स्मिथ और लाबुशेन के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई। हालांकि स्मिथ 34 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। ट्रेविस हेड भी ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और जडेजा ने उन्हें आउट कर दिया। ट्रेविस हेड 27 गेंद में 18 रन बनाकर आउट हुए। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर मार्नस लाबुशेन और ग्रीन क्रीज पर मौजूद है।

इससे पहले भारत के लिए दिन की शुरुआत निराशाजनक रही और स्कॉट बोलैंड ने दूसरी ही गेंद पर श्रीकर भरत (पांच) को बोल्ड कर दिया। छह विकेट मात्र 152 रन पर गिरने के बाद शार्दुल और रहाणे ने भारतीय पारी को संबल दिया जबकि उन्हें किस्मत का भी साथ मिला। शार्दुल को शून्य रन पर एक जीवनदान तब मिला जब बोलैंड की गेंद पर उस्मान ख्वाजा उनका कैच नहीं लपक सके। उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए बोलैंड के दूसरे ओवर में दो चौके लगाए। शार्दुल को दूसरा जीवनदान तब मिला जब पैट कमिंस की गेंद पर कैमरन ग्रीन ने स्लिप में उनका कैच गिरा दिया।

इसी बीच, दूसरे छोर पर खड़े रहाणे ने कमिंस को छक्का लगाकर 92 गेंद में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। उन्होंने कुछ देर बाद कैमरन ग्रीन की गेंद पर दो रन लेकर टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन भी पूरे किए। रहाणे जब 71 रन के स्कोर पर खेल रहे थे तब डेविड वॉर्नर ने स्लिप में उनका कैच गिराकर उन्हें मैच का दूसरा जीवनदान दिया। रहाणे और शार्दुल ने ऑस्ट्रेलिया की इन गलतियों को भुनाते हुए 59वें ओवर में 100 रन की साझेदारी पूरी की और भारत को 250 रन के पार भी पहुंचाया। शार्दुल इसके फौरन बाद पवेलियन लौट सकते थे लेकिन कमिंस ने उन्हें जिस गेंद पर पगबाधा किया वह नो बॉल निकली।

भारत ने लंच से पहले छह विकेट के नुकसान पर 260 रन बना लिए। सत्र के अंत तक भारत अच्छी स्थिति में लग रहा था, लेकिन रहाणे और शार्दुल के बाद उसके पास कोई बल्लेबाज नहीं बचे थे। लंच के बाद दूसरे ओवर में ही ग्रीन ने दर्शनीय कैच पकड़कर रहाणे को 89 रन के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। करीब 18 महीने बाद टीम में वापसी कर रहे रहाणे ने 129 गेंद की पारी में 11 चौके और एक छक्का लगाया, हालांकि उनके विकेट के साथ भारत का संघर्ष भी समाप्त हो गया।

रहाणे के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम तीन विकेट लेने में ज्यादा समय व्यर्थ नहीं किया। शार्दुल ने कमिंस को चौका लगाकर 108 गेंदों में अर्द्धशतक पूरा किया, लेकिन 51 रन के स्कोर पर ग्रीन ने उनकी पारी समाप्त की। इसी बीच, कमिंस ने उमेश यादव को जबकि मिचेल स्टार्क ने मोहम्मद शमी को आउट करके भारतीय पारी का अंत किया। कमिंस ने ऑस्ट्रेलिया के लिये सर्वाधिक तीन विकेट लिए, जबकि स्टार्क, बोलैंड और ग्रीन को दो-दो विकेट हासिल हुए। नेथन लायन ने मात्र चार ओवर डालकर एक सफलता हासिल की।