रायपुर 08 सितंबर 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बटन दबाकर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के 618 हितग्राहियों को स्टेट सब्सिडी राशि 1.85 करोड़ रूपए उनके बैंक खातों में अंतरित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अब छत्तीसगढ़ के किसान और आम बिजली उपभोक्ता सोलर प्लांट लगाकर बिजली उत्पादक बन रहे हैं, वे बिजली उत्पादन कर ऊर्जादाता हो गए हैं। 2027 तक छत्तीसगढ़ के छह लाख घरों में सोलर रूफटाप संयंत्र लगाने का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सौर ऊर्जा जागरूकता अभियान एवं प्रोत्साहन समारोह में पीएम सूर्यघर योजना के प्रचार के लिए सूर्यरथ को भी हरी झंडी दिखाकर विभिन्न जिलों के लिए रवाना किया। इस अवसर पर विधायक श्री मोतीलाल साहू, श्री पुरंदर मिश्रा, क्रेडा के अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सवन्नी, पार्षद श्री आशु चंद्रवंशी सहित ऊर्जा सचिव व पॉवर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव, क्रेडा के सीईओ श्री राजेश कुमार राणा, पॉवर कंपनी के प्रबंध निदेशकगण श्री भीमसिंह कंवर (वितरण), श्री एसके कटियार (उत्पादन), श्री राजेश कुमार शुक्ला (पारेषण), निदेशक श्री आरए पाठक एवं नेशनल सोलर एनर्जी फाउंडेशन आफ इंडिया के उपाध्यक्ष श्री सुमन कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम में प्रदेशभर के पीएम सूर्यघर व पीएम कुसुम के योजना के लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने अपने घर की छतों पर और खेतों में सोलर रूपटाफ प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन आरंभ कर दिया है। उन्होंने स्टेट सब्सिडी के रूप में प्रति व्यक्ति 1 से 3 केवी तक 15 से 30 हजार रुपए की राशि दी गई। पीएम कुसुम योजना के लाभार्थी किसानों को लेटर आफ अवार्ड प्रदान किया। इसमें सौर ऊर्जा लगाने वाले वेंडरों को भी सम्मानित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लागू की है। केंद्र सरकार इस योजना में तीन किलो वाट संयंत्र के लिए 78 हजार रूपए की सब्सिडी प्रदान कर रही थी, अब डबल इंजन की सरकार ने डबल सब्सिडी देते हुए इसमें 30 हजार रुपए और जोड़ दिया है। इस तरह अब विद्युत उपभोक्ताओं को अपने घरों में सोलर प्लांट लगाना आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब देश के 18 हजार गांव अंधेरे में थे, उन्होंने सौभाग्य हर घर बिजली योजना लागू की और हर घर बिजली पहुँचाने का संकल्प लिया था और आज उन सभी गाँवों तक बिजली पहुँच चुकी है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अब देश स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन क्षमता केवल 1,400 मेगावाट थी, जबकि आज प्रदेश 30,000 मेगावाट का उत्पादन कर रहा है और पड़ोसी राज्यों को भी बिजली उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने बताया कि नई उद्योग नीति के अंतर्गत ऊर्जा क्षेत्र में 3.50 लाख करोड़ रुपये के एमओयू संपादित हुए हैं और आने वाले समय में प्रदेश की ऊर्जा उत्पादन क्षमता और भी बढ़ जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सीएसपीडीसीएल एवं एनआईटी के रिसर्च ‘इम्पैक्ट ऑफ डिस्ट्रीब्यूटेड रिन्यूएबल एनर्जी ऑन ग्रिड स्टेबिलिटी’ तथा ‘एग्रीवोल्टाइक्स पर फार्मर हैण्डबुक’ का भी विमोचन किया।
ऊर्जा सचिव व पॉवर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव ने समारोह में बताया कि सौर ऊर्जा को सुलभ बनाने और हरित ऊर्जा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सरकार की मंशा है कि उपभोक्ताओं को बिजली की दर से राहत के लिए किसी शासकीय योजना पर आश्रित रहना न पड़े। वह स्वयं अपने छत पर रूफटाफ सोलर प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन कर ऊर्जादाता बने। नेट मीटरिंग के माध्यम से वह बिजली बेच भी सकेगा। डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2027 तक देशभर में एक करोड़ रूफटाफ सोलर प्लांट लगाने का संकल्प रखा है। छत्तीसगढ़ में 2027 तक छह लाख घरो में सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य है। सोलर प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार ने उदारता दिखाते हुए उपभोक्ताओं के लिए भारी सब्सिडी की घोषणा की है। अब तीन किलोवाट तक एक लाख आठ हजार रुपए की सब्सिडी उपभोक्ताओं को मिलेगी। इस योजना में 1800 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के 8 क्षेत्रीय कार्यालयों से अधिकारी यहां उपस्थित हैं। रजत जयंती वर्ष पर प्रदेशभर में छह लाख घरों में सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य मार्च 2027 तक पूरा करने का संकल्प ले रहे हैं। उन्होंने पीएम कुसुम योजना को किसानों के लिए उपयोगी बताया।
इस अवसर पर पॉवर कंपनी के कार्यपालक निदेशकगण सर्वश्री वीके साय, संजय पटेल, केएस मनोठिया, एमएस चौहान, संदीप मोदी, एसके गजपाल, एके अंबस्थ, शिरीष शैलेट, संजय खंडेलवाल, एम जामुलकर, संजीव सिंह सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।