छत्तीसगढ़ (स्थानानुसार लिखें): स्कूल में एक शिक्षिका द्वारा एक छात्रा को कठोर दंड देने का मामला सामने आया है, जहां कथित रूप से छात्रा से सैकड़ों बार उठक-बैठक कराई गई, जिससे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। यह घटना ग्रामीण क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल की बताई जा रही है, जहां घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

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पीड़ित छात्रा कक्षा 6वीं की छात्रा है। बताया जा रहा है कि वह किसी मामूली गलती के कारण शिक्षिका के गुस्से का शिकार बनी। शिक्षिका ने उसे बार-बार उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया। छात्रा की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया।

परिजनों का आरोप है कि बच्ची मानसिक रूप से डरी हुई है और अब स्कूल जाने से कतरा रही है। उन्होंने शिक्षिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जांच के आदेश
मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने कहा कि यदि शिक्षिका दोषी पाई जाती है तो उसके खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
समाज में उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर स्कूलों में शारीरिक दंड को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों के साथ कठोर व्यवहार और दंडात्मक प्रवृत्ति को लेकर अभिभावकों और समाज में चिंता बढ़ गई है।