नई दिल्ली।’ सैन्य बलों की एलीट कमांडो फोर्स का संयुक्त युद्ध सिद्धांत बनाया गया है। यह साझा दस्तावेज सेना की स्पेशल फोर्स, वायु सेना की गरुड़ कमांडो फोर्स और नौसेना के मार्कोस कमांडो के लिए बनाया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुई इस कवायद में तीनों सेनाओं की एलीट फोर्स की तैयारी का हर पहलू स्पष्ट किया गया है।

मसलन, अगर किसी देश या उसकी शह में पलने वाले आतंकी, भारत विरोधी कार्रवाई करते हैं तो उनके खिलाफ क्या होगा? यही नहीं, युद्ध होने पर ये कमांडो क्या करेंगे और शांतिकाल में भूमिका क्या होगी, यह भी स्पष्ट किया गया है।

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इसका मकसद, दुश्मन के सामरिक महत्व के टारगेट्स को भीतर घुसकर वार करने की क्षमता विकसित करना है। साथ ही, दुश्मन के उन कीमती ठिकानों पर हमला बोलने की रणनीति बनी है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था चरमरा जाए और उसका युद्ध छेड़ने का हौसला भी टूट जाए।
अमेरिका की डेल्टा फोर्स और नेवी सील्स, स्पेत्सनाज और इजराइल की सयरेट मतकाल दुनिया की सबसे खतरनाक स्पेशल फोर्सेज हैं। इनके ऑपरेशन दुश्मन के घर में घुसकर सटीक वार के लिए मशहूर हैं।