कांकेर, 29 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सलवाद से जुड़ा एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। जिले में सक्रिय रहे 21 नक्सलियों ने सोमवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया और समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालयों में आयोजित होंगे राज्योत्सव कार्यक्रम.
जंगलवार कॉलेज परिसर में आयोजित आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान सभी नक्सलियों का रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया गया। इस मौके पर बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को भारतीय संविधान की प्रति भेंट की और उन्हें सम्मानपूर्वक मुख्यधारा में शामिल किया।
आईजी सुंदरराज ने कहा कि राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सुरक्षा, पुनर्वास और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की ओर लौटने वाले हर व्यक्ति का स्वागत किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कई ऐसे सदस्य भी शामिल हैं जिन पर कई गंभीर मामलों में आरोप दर्ज थे। ये सभी माओवादियों की विभिन्न टीमों से जुड़े थे और लंबे समय से पुलिस के रडार पर थे।
कार्यक्रम के दौरान आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने भी कहा कि वे अब शांति और विकास की राह पर चलना चाहते हैं और समाज में सकारात्मक योगदान देना चाहते हैं।


