रायपुर, 29 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में अमित बघेल का विवादित बयान लगातार सुर्खियों में है। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने को लेकर उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज के खिलाफ विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद रायपुर सिटी कोतवाली पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है।
Kanker Naxalites Surrender : बस्तर रेंज में शांति की दिशा में बड़ा कदम
अमित बघेल, जो छत्तीसगढ़ क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख हैं, ने बयान दिया —
उनके इस बयान से प्रदेशभर में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने इसे धार्मिक और सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया है। वहीं, बघेल ने कहा कि वे अपने विचारों पर अडिग हैं और किसी दबाव में माफी नहीं मांगेंगे।
पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर भी बघेल के बयान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस अब बयान से जुड़ी वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट की तकनीकी जांच करा रही है। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से उनके ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।


