Azad Hind Express Accident : भाटापारा, 18 नवंबर| भाटापारा–हतबंद रेल लाइन पर सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब पुणे से हावड़ा की ओर जा रही आज़ाद हिंद एक्सप्रेस की चपेट में आने से 16 बकरे-बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। दुखद बात यह रही कि इन्हें बचाने के प्रयास में 62 वर्षीय वृद्धा सरस्वती यादव भी ट्रेन से टकरा गई और उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई।
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कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों के अनुसार, हादसा बोड़तरा रेलवे फाटक के पास हुआ। वृद्धा सरस्वती यादव रोज की तरह अपने बकरे-बकरियों को चराने गई थीं। इस दौरान जानवर अनजाने में रेलवे लाइन पर पहुंच गए।
ग्रामीण थाना टीआई लखेश केंवट के मुताबिक:
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आज़ाद हिंद एक्सप्रेस जब भाटापारा स्टेशन की ओर बढ़ रही थी, तभी बोड़तरा रेलवे फाटक के पास अचानक बकरे-बकरियाँ पटरियों पर आ गईं।
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ट्रेन की रफ्तार अधिक होने के चलते चालक उन्हें बचा नहीं पाया।
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वृद्धा जानवरों को बचाने पटरियों की ओर दौड़ीं, लेकिन ट्रेन की चपेट में आकर उनकी भी मौत हो गई।
जानवरों के साथ-साथ इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया।
घटनास्थल पर 5 मिनट रुकी ट्रेन
हादसे के तुरंत बाद आज़ाद हिंद एक्सप्रेस लगभग 5 मिनट के लिए रुकी रही।स्टेशन प्रबंधक अजय कुमार ने घटना की सूचना ग्रामीण थाना पुलिस और RPF टीम को दी। इसके बाद पुलिस व रेलवे सुरक्षा बल मौके पर पहुँचे और स्थिति का मुआयना किया।
पुलिस ने शव और मृत पशुओं को भेजा अस्पताल
ग्रामीण पुलिस ने:
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वृद्धा सरस्वती यादव के शव को पंचनामा कर अस्पताल भिजवाया
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सभी मृत बकरे-बकरियों को भी उठवाकर पशु चिकित्सालय भेजा
इनका मंगलवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा।
स्थानीयों में दुख और नाराज़गी
हादसे के बाद स्थानीय निवासियों में गहरा दुख है। ग्रामीणों का मानना है कि:
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रेलवे फाटक के पास चेतावनी संकेत पर्याप्त नहीं
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फाटक पर सुरक्षा गार्डों की व्यवस्था की जानी चाहिए
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घटनास्थल पर आवाजाही अक्सर रहती है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है
ग्रामीण प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की मांग कर रहे हैं।
रेलवे और पुलिस ने की अपील
रेलवे प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि पशुओं को रेलवे पटरियों से दूर रखें और आसपास चराने में विशेष सावधानी बरतें।पुलिस ने भी ग्रामीणों से आग्रह किया है कि सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और बच्चों व पशुओं को पटरियों के पास न जाने दें।


