दिल्ली: एशिया कप और भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर चल रही अटकलों पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। BCCI ने स्पष्ट किया है कि भारत के लिए एशिया कप से हटना या पाकिस्तान का बॉयकॉट करना संभव नहीं है। इस फैसले के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिन्हें समझते हुए BCCI ने यह रुख अपनाया है।

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बॉयकॉट क्यों संभव नहीं?

- ACC की सदस्यता: BCCI एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) का एक अहम सदस्य है। टूर्नामेंट का बॉयकॉट करने से BCCI को ACC से अलग होना पड़ेगा, जिससे भविष्य में एशिया के क्रिकेटिंग ढांचे में भारत की भूमिका पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- ICC टूर्नामेंट्स: अगर भारत एशिया कप से हटता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के बड़े टूर्नामेंट्स जैसे वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी में भी इसी तरह का दबाव बना सकता है। ICC के नियमों के अनुसार, सदस्य देशों को टूर्नामेंट में भाग लेना अनिवार्य होता है। ि
- ब्रॉडकास्टिंग और रेवेन्यू: भारत-पाकिस्तान मैच दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले क्रिकेट मैचों में से एक है। इस मैच से मिलने वाला रेवेन्यू और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स का पैसा बहुत बड़ा होता है। अगर भारत बॉयकॉट करता है, तो ACC और ICC को भारी वित्तीय नुकसान होगा, जिसका असर अन्य सदस्य देशों पर भी पड़ेगा।
- राजनैतिक दखल: खेलों में राजनैतिक दखल को FIFA और ICC जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पसंद नहीं करतीं। बॉयकॉट करने से भारत पर राजनैतिक दबाव डालने का आरोप लग सकता है, जिससे उसकी छवि खराब हो सकती है।
IND vs PAK मैच को लेकर BCCI का रुख:
BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि भारत-पाकिस्तान मैच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है। एशिया कप एक बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट है और इसमें हिस्सा लेना हमारी जिम्मेदारी है। हम पाकिस्तान के साथ खेलना जारी रखेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “हम चाहते हैं कि क्रिकेट चलता रहे और इसमें किसी भी तरह का कोई राजनैतिक दखल न हो। हम पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि टूर्नामेंट सफलतापूर्वक आयोजित हो सके।”
इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि भारतीय टीम एशिया कप में हिस्सा लेगी और पाकिस्तान के साथ मैच भी खेलेगी।