Police Aarakshak Par Fir Darj , कोरबा। जिले में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक पर तलाकशुदा महिला द्वारा दैहिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया गया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आरक्षक पवन चंद्रा के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना ने स्थानीय समाज में हड़कंप मचा दिया है और पुलिस विभाग के प्रति सवाल खड़े कर दिए हैं।
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क्या है पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक, यातायात विभाग में तैनात पवन चंद्रा और पीड़िता की मुलाकात कुछ समय पहले हुई थी। महिला पहले से तलाकशुदा थी और इसी दौरान वह पवन के संपर्क में आई। आरोप है कि पवन ने महिला को विश्वास में लेकर शादी का झांसा दिया और उसे घुमाने के बहाने बाहर ले जाता रहा। इस दौरान पवन ने महिला के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
बाद में महिला को पता चला कि पवन पहले से शादीशुदा है। जब उसने इस संबंध को लेकर शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरक्षक के खिलाफ अपराध दर्ज किया।
पुलिस ने शुरू की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच टीम गठित की है। आरोपों की सत्यता और सभी सबूतों को इकट्ठा करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पवन चंद्रा के कॉल डिटेल, घटनास्थल के सबूत और महिला के बयान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
विभागीय कार्रवाई की संभावना
कोरबा पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि आरोपी आरक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पवन को सस्पेंड किया जा सकता है और अन्य कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस कर्मचारियों की जिम्मेदारी को लेकर बहस छेड़ दी है। लोगों का कहना है कि जब सुरक्षा देने वाले ही ऐसे मामलों में शामिल पाए जाते हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
महिला सुरक्षा पर बढ़ते सवाल
इस घटना के बाद महिला सुरक्षा, विश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में त्वरित जांच और कड़ी सजा ही समाज में सुरक्षा की भावना को मजबूत कर सकती है।कोरबा पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही जांच के परिणाम सामने आएंगे, जिससे आरोपी के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई संभव हो सकेगी।


