CG News : राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ | 14 दिसंबर 2025| मध्यप्रदेश के बालाघाट पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव रेंज के कवर्धा से सटे जंगल में बड़ी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों से 11 लाख रुपये बरामद किए हैं। यह रकम पुलिस को आत्मसर्पित नक्सलियों की निशानदेही पर मिली, जिन्होंने बताया था कि धनराशि जंगल में जमीन के भीतर छुपाई गई थी। इस सफलता को न केवल राज्य पुलिस बल्कि केंद्रीय एजेंसियां और खुफिया विभाग भी बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
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बरामदगी का पूरा मामला
बालाघाट पुलिस के अनुसार, बरामद रकम सिरका के जंगल में जमीन में छुपाई गई थी। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला कि नक्सलियों ने कुछ और हथियारों और संदिग्ध वस्तुओं को छुपाने के संबंध में जानकारी दी है। इस कार्रवाई में न केवल राज्य पुलिस बल्कि केंद्रीय जांच एजेंसियां, आईबी और एनआईए भी शामिल हैं। आत्मसर्पित नक्सलियों से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। हालांकि फिलहाल उनका सहयोग सीमित है, लेकिन पुलिस का अनुमान है कि आगामी दिनों में नक्सलियों के नेटवर्क और उनके वित्तीय लेन-देन से संबंधित और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है।
तीन राज्यों की खुफिया एजेंसियों का सहयोग
इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की खुफिया एजेंसियां आपस में तालमेल बनाकर काम कर रही हैं। तीनों राज्य के अधिकारी एक-दूसरे के यहां जाकर नक्सलियों से पूछताछ कर गोपनीय जानकारियां एकत्र कर रहे हैं। यह संयुक्त प्रयास न केवल नक्सलियों के छिपे नेटवर्क को उजागर करने में मदद करेगा, बल्कि भविष्य में नक्सल विरोधी अभियान को और प्रभावी बनाएगा।
आत्मसर्पित नक्सलियों का योगदान
आत्मसर्पित नक्सलियों की निशानदेही से पुलिस को अब तक 11 लाख रुपये जब्त करने में सफलता मिली है। इस रकम और जानकारी का उपयोग आगे नक्सल विरोधी अभियान में किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि नक्सलियों की ओर से दी गई जानकारी सीमित है, लेकिन इस सहयोग से नक्सल मोर्चे में कई बड़ी जानकारियां सामने आ सकती हैं। केंद्रीय एजेंसियां और राज्य पुलिस लगातार नक्सलियों से पूछताछ कर रहे हैं। इसका उद्देश्य न केवल सशस्त्र नक्सलियों और उनके वित्तीय संसाधनों का पता लगाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई जा सके।
पुलिस और एजेंसियों की प्रतिक्रिया
राजनांदगांव पुलिस ने इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण सुरक्षा सफलता बताया है। पुलिस का कहना है कि बरामद रकम और नक्सलियों से मिली जानकारी न केवल सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह आने वाले नक्सल विरोधी अभियान को भी और सशक्त बनाएगी।केंद्रीय एजेंसियों ने भी इस कार्रवाई को सकारात्मक कदम माना है। उनके अनुसार, नक्सलियों के वित्तीय नेटवर्क को उजागर करने के साथ-साथ आत्मसर्पित नक्सलियों से जानकारी लेना भविष्य की सुरक्षा रणनीति के लिए अहम साबित होगा।


