CG News : रायपुर | 16 नवंबर 2025| छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के सीजन के बीच दो अलग-अलग स्थानों पर हुई आगजनी की घटनाओं ने प्रशासन और किसानों दोनों के बीच चिंता बढ़ा दी है। जांजगीर-चांपा और कवर्धा जिले में हुई इन आग की घटनाओं में हजारों बारदाना बोरियां जलकर पूरी तरह नष्ट हो गईं। अब इन दोनों मामलों में आग लगने के कारणों को लेकर जांच की मांग तेज हो गई है।
जांजगीर-चांपा: 40 गठान बारदाना जलकर राख, 20 लाख का नुकसान
पहली घटना जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र स्थित लगरा सेवा सहकारी समिति में हुई।यहां धान खरीदी केंद्र के सामने चबूतरे में रखे 40 गठान नए बारदाने में अचानक आग लग गई।
प्रमुख तथ्य:
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बारदाना नई खेप का था
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इसे एक दिन पहले ही प्राधिकृत अधिकारी द्वारा खाली कराया गया था
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आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं
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लगभग 20 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान
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पूरी खेप जलकर राख में तब्दील
स्थानीय जिम्मेदार अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचकर वजह का पता लगाने में जुटे हैं। आग कैसे लगी—यह बड़ा सवाल बना हुआ है।
कवर्धा जिले में दूसरी आग, 500 धान बोरे जले
दूसरी घटना कवर्धा जिले के पंडरिया क्षेत्र के कुंआमालगी गांव में सामने आई, जहां बड़े पैमाने पर धान बोरी और बारदाना जल गया।
घटना के मुख्य बिंदु:
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लगभग 500 धान बोरों में लगी आग
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बारदाना पूरी तरह जल गया
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ग्रामीणों ने मिलकर आग बुझाई
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लगभग 5 लाख रुपए का नुकसान
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आग लगने का कारण अज्ञात
गांव के लोग मौके पर तुरंत एकत्र हुए और अपनी जान जोखिम में डालकर आग पर काबू पाया। ग्रामीणों की तत्परता से बड़ा नुकसान होने से टल गया।
किसानों में आक्रोश, प्रशासन अलर्ट
खेती-किसानी के सबसे महत्वपूर्ण सीजन में इस प्रकार की घटनाओं ने किसानों का विश्वास डगमगाया है।प्रशासन ने दोनों घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।


