रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने प्रदेश के सभी महापौरों और निकाय अध्यक्षों को पत्र लिखकर स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के तहत “स्वच्छता ही सेवा” अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारी संस्कृति और संस्कार का प्रतीक है और यह परंपरा हमें हमारे पूर्वजों से मिली है, जिसे हमें युवा पीढ़ी तक पहुंचाना है।

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स्वच्छता को बताया संस्कार
अपने पत्र में उप मुख्यमंत्री ने लिखा कि स्वच्छता केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि नगरों की छवि और समाज के विकास से भी जुड़ी हुई है। यह ऐसा संस्कार है, जो आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ भविष्य और साफ-सुथरे शहरों की पहचान देगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में छत्तीसगढ़ का शानदार प्रदर्शन
अरुण साव ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि छत्तीसगढ़ ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
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अंबिकापुर, पाटन और बिश्रामपुर ने देश के 23 स्वच्छतम शहरों की “सुपर स्वच्छ लीग” में स्थान प्राप्त कर महामहिम राष्ट्रपति से पुरस्कार हासिल किया।
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बिलासपुर, कुम्हारी और बिल्हा ने अपनी-अपनी श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर “स्वच्छ शहर पुरस्कार” प्राप्त किया।
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राजधानी रायपुर को भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सात शहरों को सम्मान
प्रदेश के इन सात शहरों को मिले पुरस्कारों और सम्मान के लिए उप मुख्यमंत्री ने नगर निगमों और निकायों को बधाई दी। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में प्रदेश के सभी शहर मिलकर स्वच्छता के क्षेत्र में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।