दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक बेहद हैरान करने वाली और निर्मम हत्या की घटना सामने आई है। शुक्रवार देर रात 8 से अधिक हमलावरों ने एक व्यक्ति को उसके घर से घसीटकर बाहर निकाला, फिर उसे नंगा कर सड़क पर घुमाया और धारदार हथियार व पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान संतोष आचार्य (47 वर्ष) के रूप में हुई है, जो जमीन खरीदी-बिक्री और ब्याज पर पैसे देने का काम करता था।
- गैस कटर से काटा दरवाजा, घर में घुसकर दिया वारदात को अंजाम
- बाजार में ले जाकर धारदार हथियार और पत्थरों से किया हमला
- घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन नहीं बचाई जा सकी जान
- पत्नी का आरोप — “अगर पुलिस ने समय पर ध्यान दिया होता, तो मेरे पति जिंदा होते”
- पुलिस ने शुरू की जांच, कुछ संदिग्ध हिरासत में
- इलाके में फैला तनाव, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- परिजनों और स्थानीय लोगों ने की न्याय की मांग
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इस हत्या के पीछे पैसों के लेनदेन और पुरानी रंजिश को कारण बताया है। यह वारदात न केवल पूरे इलाके में सनसनी फैलाने वाली है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
गैस कटर से काटा दरवाजा, घर में घुसकर दिया वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात लगभग 11 बजे के आसपास 8 से अधिक हथियारबंद लोग संतोष आचार्य के घर पहुंचे। उन्होंने पहले गैस कटर से घर का लोहे का दरवाजा काटा और जबरन अंदर घुस आए। परिजनों के विरोध करने पर उन्हें धमकाया गया और संतोष को जबरदस्ती बाहर खींच लाए।
इसके बाद आरोपी संतोष के कपड़े उतरवाकर उसे गलियों में घुमाते हुए बेरहमी से पीटते रहे। लोग देखते रह गए, पर कोई भी डर के कारण आगे नहीं आया।
बाजार में ले जाकर धारदार हथियार और पत्थरों से किया हमला
हमलावरों ने संतोष को बाजार क्षेत्र तक घसीटते हुए ले जाया, जहां उन्होंने धारदार हथियार, रॉड और पत्थरों से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। चश्मदीदों का कहना है कि संतोष को तब तक मारा गया जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। मौके पर खून फैल गया था और लोगों में दहशत का माहौल बन गया।
घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन नहीं बचाई जा सकी जान
हमले के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल संतोष को रात 3 बजे के करीब दुर्ग जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
पत्नी का आरोप — “अगर पुलिस ने समय पर ध्यान दिया होता, तो मेरे पति जिंदा होते”
मृतक की पत्नी ने रोते हुए कहा कि “हमने पुलिस को पहले ही धमकी की जानकारी दी थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।” उनका आरोप है कि अगर पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई की होती तो उनके पति की जान बच सकती थी।
पुलिस ने शुरू की जांच, कुछ संदिग्ध हिरासत में
दुर्ग पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एसपी और एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस का कहना है कि यह घटना पुरानी रंजिश और पैसों के लेनदेन से जुड़ी प्रतीत होती है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इलाके में फैला तनाव, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने।
परिजनों और स्थानीय लोगों ने की न्याय की मांग
मृतक के परिजनों ने आरोपियों को फौरन गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग की है। वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर पुलिस गश्त और निगरानी मजबूत होती, तो इस तरह की निर्मम हत्या को टाला जा सकता था।


