Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास के दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है। साल में दो बार खरमास लगता है। एक बार सूर्य जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तब और दूसरी बार जब सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इन दोनों ही स्थिति में खरमास लगता है। 14 मार्च को सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं। अब 13 अप्रैल तक मीन राशि में ही गोचर करते रहेंगे। खरमास 14 मार्च को आरंभ हो चुका है और समाप्त 13 अप्रैल को होगा। खरमास में विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन संस्कार आदि शुभ कार्य करने की मनाही होती है। अगले एक महीने के लिए आपको इन सब चीजों का ख्याल रखना चाहिए।
बता दें कि सूर्य जब मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो उनका तेज कम हो जाता है। ज्योतिष में सूर्य ग्रहों के राजा माने गए हैं और वे पिता पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए उनके तेज का कम होना मांगलिक करने के लिए उत्तम नहीं माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के लिए सूर्य का तेज होना बहुत ही अच्छा माना जता है। इसी वजह से खरमास के दौरान विवाह और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
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खरमास के दौरान जरूर करें ये काम
खरमास में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं लेकिन इस दौरान पूजा-पाठ करना बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता है। खरमास में सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सूर्य चालीसा का पाठ करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। सूर्य देव की कृपा जिस भी व्यक्ति पर रहती है उसे समाज में मान-सम्मान में वृद्धि होती है। इसके साथ ही जातक को हर क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त होती है।