जगदलपुर – किरंडुल-कटकोंडा रेललाइन (केके लाइन) पर आज सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया। लौह अयस्क से भरी एक मालगाड़ी के 37 डिब्बे टनल नंबर 5 के भीतर पटरी से उतर गए। यह मालगाड़ी बैलाडीला से विशाखापट्टनम की ओर जा रही थी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि डिब्बों के पटरी से उतरते ही चिमडीपल्ली और टाएडा स्टेशनों के बीच रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।

बता दें कि डिब्बों के बिखर जाने से इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है। खासतौर पर जगदलपुर से चलने वाली नाइट एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए रेलवे ने वैकल्पिक यात्रा योजना बनाने की अपील की है।
रेलवे ने शुरू किया राहत और बचाव कार्य
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। भारी उपकरणों और टीमों को मौके पर रवाना किया गया है ताकि डिब्बों को हटाकर ट्रैक को जल्दी से जल्दी चालू किया जा सके। फिलहाल हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

गनीमत रही, बड़ा हादसा टल गया
सबसे राहत की बात यह रही कि यह दुर्घटना सुबह के समय हुई, जब मालगाड़ी सुरंग पार कर रही थी। हादसे के समय ट्रैक के आसपास कोई मौजूद नहीं था, वरना अगर किसी बसाहट वाले इलाके में यह दुर्घटना हुई होती तो जनहानि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था। रेल प्रशासन ने बताया कि जल्द ही ट्रैक की मरम्मत कर परिचालन बहाल करने की कोशिश की जा रही है। इस बीच यात्रियों को सूचित किया गया है कि वे यात्रा से पहले संबंधित स्टेशन से जानकारी प्राप्त करें।