NIA Raid, रायपुर। अरनपुर IED ब्लास्ट केस की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 12 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है। यह ब्लास्ट 26 अप्रैल को हुआ था, जिसमें नक्सलियों ने एक वाहन को उड़ा दिया था, जिसमें वाहन चालक समेत 11 जवान शहीद हो गए थे।NIA टीमों ने इन ठिकानों से कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है, हालांकि किसी की गिरफ्तारी की तत्काल कोई खबर नहीं है। यह छापेमारी मुख्य रूप से सबूत एकत्रित करने पर केंद्रित थी।
Durg Murder Case : मजदूर की पिटाई से मौत, शव फेंककर भागे आरोपी – दुर्ग पुलिस ने पांच को पकड़ा
अरनपुर ब्लास्ट केस की पृष्ठभूमि
26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में माओवादियों ने IED ब्लास्ट किया था। इस विस्फोट में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) के 10 जवान और एक वाहन चालक शहीद हुए थे। इसके बाद केस को NIA को सौंपा गया था।अब तक 27 संदिग्धों की गिरफ्तारी हो चुकी है और NIA ने दो आरोपपत्र (chargesheet) भी दाखिल किए हैं।
NIA की बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, NIA की कई टीमों ने एक साथ दोनों जिलों में 12 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान किसी की गिरफ्तारी की खबर नहीं है, लेकिन महत्वपूर्ण सबूत और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।
NIA की प्रेस रिलीज के अनुसार, बरामद सामग्री में शामिल हैं:
-
नकदी और हस्तलिखित पत्र
-
माओवादियों की लेवी वसूली से जुड़ी रसीदें
-
डिजिटल उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक डेटा
-
CPI (माओवादी) संगठन से जुड़े दस्तावेज
राज्य सरकार और नेताओं की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने NIA की इस कार्रवाई का स्वागत किया है और कहा कि “नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई से ही प्रदेश में शांति बहाल हो सकेगी।”
NIA की जांच जारी
NIA की टीमें अब बरामद डिजिटल डिवाइस और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कर रही हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि इनसे माओवादी संगठन की वित्तीय गतिविधियों और नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।


