Protest in parliament : नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के गुरुवार को चौथे दिन, दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution in Delhi) के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। सांसदों ने इस दौरान गैस मास्क पहनकर प्रदूषण की गंभीर स्थिति के प्रति ध्यान आकर्षित किया।
सांसदों ने सदन में विशेष चर्चा की मांग की है ताकि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें। इस मौके पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा,
“हमें कौन सा मौसम एन्जॉय करना चाहिए? बाहर के हालात तो देखो। जैसे सोनिया जी ने कहा, बच्चे सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्हें अस्थमा है और सीनियर सिटिजन को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हालात साल दर साल खराब होते जा रहे हैं।”
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति
दिल्ली में वायु गुणवत्ता (Air Quality Index – AQI) लगातार खराब बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, ठंडी हवाओं और पराली जलाने से निकलने वाले धुएं के कारण शहर का वायु प्रदूषण हर साल बढ़ता जा रहा है।
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बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा असर।
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सांस की बीमारी (Asthma, COPD) के मरीजों के लिए गंभीर खतरा।
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Outdoor activities और स्कूलों में खेल-कूद पर असर।
संसद में सांसदों का प्रदर्शन
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विपक्षी सांसदों ने सांस लेने में कठिनाई और स्वास्थ्य संकट को लेकर विरोध किया।
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सांसदों ने सदन में विशेष सत्र बुलाने और वायु प्रदूषण नियंत्रण पर कानून बनाने की मांग की।
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प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य सांसदों ने मीडिया से कहा कि वायु प्रदूषण अब केवल पर्यावरण का मुद्दा नहीं, बल्कि जन स्वास्थ्य का संकट बन चुका है।
सरकार और विशेषज्ञ क्या कहते हैं
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और दिल्ली सरकार लगातार उपाय कर रहे हैं जैसे:
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पराली जलाने पर प्रतिबंध।
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सार्वजनिक परिवहन बढ़ाना।
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पटाखों पर नियंत्रण।
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