भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले तीन दिन से तनाव जारी है। पहलगाम में पाकिस्तान के आतंकियों ने सैलानियों पर जो हमला किया गया था, उसका बदला भारतीय सेना की ओर से ले लिया गया है। भारत ने पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को बुरी तरह से तबाह कर दिया और भारी संख्या में आतंकियों को मौत के घाट भी उतार दिया गया है। इसके बाद वे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत पर गोलाबारी कर रहा है। इस बीच भारतीय सेना इसका माकूल जवाब भी दे रही है। अब इस पूरे मामले पर आरएसएस प्रमुख का बयान सामने आया है। जिसमें सेना के शौर्य और साहस की जहां एक ओर तारीफ की गई है, वहीं भारतीय नागरिकों से भी सहयोग की बात कही गई है।

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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान आया सामने
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ यानी आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के बाद पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर की जा रही निर्णायक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन। आरएसएस की ओर से कहा गया है कि हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों और पूरे देश को न्याय दिलाने के लिए हो रही इस कार्रवाई ने समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाया है।

भारतीय सेना की ओर से उठाया गया कदम बहुत जरूरी
सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि हमारा यह भी मानना है कि पाकिस्तान में आतंकियों, उनके ढांचे के साथ ही पूरे सहयोगी तंत्र पर की जा रही सैनिक कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक एवं अपरिहार्य कदम है। राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में संपूर्ण देश तन-मन-धन से देश की सरकार एवं सैन्य बलों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी सेना की ओर से भारत की सीमा पर धार्मिक स्थलों के साथ ही नागरिक बस्ती क्षेत्र पर किए जा रहे हमलों की हम निंदा करते हैं और जो इन हमलों का शिकार हुए हैं, उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।
देशवासियों से भी की गई अपील
इतना नहीं मोहन भागवत ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस चुनौतीपूर्ण मौके पर समस्त देशवासियों से आह्वान करता है कि शासन एवं प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन सुनिश्चित करें। इसके साथ-साथ इस अवसर पर हम सबको अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए यह भी सावधानी रखनी है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के सामाजिक एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें। समस्त देशवासियों से अनुरोध है कि अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए सेना एवं नागरी प्रशासन के लिए जहां भी, जैसी भी आवश्यकता हो, हरसंभव सहयोग के लिए तत्पर रहें और राष्ट्रीय एकता तथा सुरक्षा को बनाए रखने के सभी प्रयासों को बल प्रदान करें।