Vastu Tips: भारतीय वास्तु शास्त्र में नमक को केवल भोजन का स्वाद बढ़ाने वाला तत्व नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली शुद्धिकारी और नकारात्मक ऊर्जा नाशक माना गया है। माना जाता है कि नमक में ऐसे गुण होते हैं जो न सिर्फ घर के वास्तु दोष को दूर करते हैं, बल्कि परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी लाते हैं। यह कारण है कि प्राचीन काल से ही विभिन्न धार्मिक और घरेलू उपायों में नमक का उपयोग विशेष महत्व रखता है।

1. घर की नकारात्मक ऊर्जा को करता है दूर
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि किसी घर में अक्सर झगड़े, बीमारी, मानसिक तनाव या धन की कमी बनी रहती है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष का संकेत हो सकता है। ऐसे में एक कटोरी में समुद्री नमक भरकर घर के किसी कोने, विशेषकर बाथरूम या शौचालय में रखना लाभकारी होता है। यह नमक वातावरण की नकारात्मकता को सोख लेता है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
2. नमक से पोंछा लगाने का महत्व
प्रत्येक गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में किसी एक दिन घर में पानी में थोड़ा सा समुद्री नमक मिलाकर पोंछा लगाना वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है और वातावरण में शुद्धता आती है। ध्यान रखें कि पूजा घर या रसोईघर में नमक वाला पोंछा न लगाएं।

3. शीशे के साथ नमक का उपाय
घर के उत्तर-पूर्व दिशा में एक कांच के बाउल में समुद्री नमक भरकर रखें। यदि इस कटोरी में समय-समय पर दरारें पड़ जाएं या वह रंग बदलने लगे तो समझें कि घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल रही है। हर महीने उस कटोरी का नमक बदलते रहना चाहिए।
4. दरिद्रता दूर करने का उपाय
यदि घर में लगातार आर्थिक तंगी बनी रहती है तो वास्तु शास्त्र सलाह देता है कि रात को सोते समय सिरहाने के पास एक कटोरी में थोड़ा नमक रखें और सुबह उसे बहते पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
5. बुरी नजर से बचाव
घर के किसी सदस्य पर यदि बार-बार नजर दोष लगता हो, तो उसके ऊपर से सात बार नमक घुमाकर उसे आग में डाल दें या पानी में प्रवाहित कर दें। यह उपाय पुराने समय से नजर दोष निवारण के लिए किया जाता रहा है।
6. व्यापार और व्यवसाय में वृद्धि
वास्तु के अनुसार यदि व्यापार में लगातार घाटा हो रहा हो या दुकान/कार्यालय में ग्राहक नहीं आते, तो वहां एक कांच की कटोरी में समुद्री नमक और कुछ लौंग रखकर उत्तर दिशा में रखें। यह उपाय व्यापार में रुकावटें दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करता है।