Vastu Tips : घर को बनवाते समय यदि वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन किया जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और परिवार के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। खासकर मंदिर, किचन और बाथरूम का स्थान सही दिशा में होने से नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है और घर में समृद्धि एवं खुशहाली आती है।
मंदिर बनवाने की उत्तम दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मंदिर को उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाना शुभ माना जाता है। इस दिशा में मंदिर होने से:
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घर-परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
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पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
ध्यान रखें: मंदिर को बेडरूम या बाथरूम के पास नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा होने पर नकारात्मक परिणाम संभव हैं।
किचन की सही दिशा
घर में किचन को दक्षिण-पूर्व दिशा में बनवाना श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिशा में किचन होने से:
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घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
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परिवार में सुख-शांति और स्वास्थ्य बढ़ता है।
विशेष ध्यान: किचन को बाथरूम के पास न बनवाएं।
बाथरूम बनवाने की उत्तम दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में बाथरूम उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवाना चाहिए। इससे:
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घर में शुभ ऊर्जा बनी रहती है।
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परिवार के सदस्यों को वास्तु दोष का सामना नहीं करना पड़ता।
सावधानी:
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बाथरूम को दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनवाएं।
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इन दिशाओं में बाथरूम होने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।
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इन दिशाओं में भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए यहां बाथरूम न बनवाना ही बेहतर है।


