दंतेवाड़ा। तेलंगाना से एक बड़ी खबर सामने आई है। सुरक्षा बलों के लिए इसे एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि एक करोड़ रुपए की इनामी मोस्ट वांटेड महिला नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। सरेंडर करने वाली इस महिला नक्सली का नाम सुजाता है, जिसे माओवादी संगठन में सुजाथक्का, पोथुला कल्पना, पद्मा और झांसी बाई जैसे नामों से भी जाना जाता है।

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सुजाता माओवादी पार्टी में केंद्रीय समिति की सदस्य थी और बस्तर क्षेत्र में कई सालों से सक्रिय थी। वह कुख्यात नक्सली कमांडर किशनजी की पत्नी है, जो कुछ साल पहले पश्चिम बंगाल में एक मुठभेड़ में मारा गया था। सुजाता को दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी का प्रभारी भी बनाया गया था।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुजाता के आत्मसमर्पण से नक्सली संगठन को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वह कई राज्यों में कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रही है। उसके सरेंडर से संगठन के मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इस घटना से यह भी संकेत मिलता है कि सुरक्षा बलों के लगातार चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों का असर हो रहा है।