Chhattisgarh Naxalism जगदलपुर, 30 अक्टूबर 2025। बस्तर में नक्सल संगठन अब अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने मार्च 2026 तक प्रदेश समेत देश के सभी नक्सल प्रभावित इलाकों से माओवाद का समूल नाश करने का संकल्प लिया है। इसी के तहत अब पुलिस और सुरक्षा बल एनकाउंटर की जगह सरेंडर और गिरफ्तारी पर फोकस कर रहे हैं।
इस नई रणनीति का असर साफ दिखने लगा है। बीजापुर जिले में वर्ष 2024 से अब तक 650 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि 196 नक्सली मारे गए और 986 को गिरफ्तार किया जा चुका है। हाल ही में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की थी जब शीर्ष नक्सली नेता रूपेश के साथ 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया था।
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अब राज्य में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मोस्ट वांटेड नक्सली हिडमा कब आत्मसमर्पण करेगा? इस पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा,
“बहुत लोग संपर्क में हैं, जल्द ही खुशखबरी मिलेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि सीआरपीएफ कैंप के विरोध को लेकर कुछ लोग जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इससे सरकार के अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
विजय शर्मा ने समाजसेवी सोनी सोढ़ी के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि तेलंगाना में माओवादियों की श्रद्धांजलि सभा में दिया गया उनका बयान “निरर्थक और भ्रामक” है।


